बीमा की जानकारी | bima kya hota hai

आज की general knowledge पोस्ट में सामान्य बीमा और जीवन बीमा के बारे में जानकारी| jankari देंगे। और बताएंगे कि Insurance kya hota hai.




सामान्य जनजीवन की general knowledge में आमतौर पर लगभग सभी लोगों ने बीमा | bima का नाम सुना होता है। Insurance hindi meaning बीमा होता है। एक सामान्य व्यक्ति के विचार के अनुसार भी बीमा एक ऐसी वस्तु होती है, जो व्यक्ति को हुए शारीरिक या आर्थिक नुकसान की क्षतिपर्ति करती है। यह नुकसान व्यक्ति के जीवन में कई तरह से हो सकता है,

 जैसे शारीरिक अपंगता, शारीरिक बीमारी, विकलांगता, किसी वस्तु को आग लगना, चोरी होना, भूकंप में मकान गिरना, जानवरों की हानि आदि। बीमा का क्षेत्र बहुत ही व्यापक होता है।


बीमा का मतलब क्या होता है | bima kya hai 




 बीमा का मतलब Insurance होता है। बीमा में जोखिम को परस्पर आपस में बांट लिया जाता है। निर्धारित प्रीमियम अदा करने पर बीमा कंपनी निर्धारित बीमा करती है और भविष्य में कोई भी नुकसान होने पर क्षतिपूर्ति का आश्वासन देती है।


बीमा क्या है बीमा के प्रकार | बीमा कितने प्रकार का होते हैं 

भारत में आज भी बहुत बड़ी जनसंख्या यह नहीं जानते जानती की बीमा क्या है और बीमा कितने प्रकार का होता है?
 आज की पोस्ट में हम इसका जवाब दे रहे हैं।

 सामान्य तौर पर बीमा को हम निम्न क्षेत्रों में विभाजित करते हैं।

जैसे जीवन बीमा और सामान्य बीमा।

 जीवन बीमा में जहां एक आम व्यक्ति के जीवन का बीमा, विकलांगता और बीमारी आदि का बीमा होता है, वहीं पर सामान्य बीमा में चोरी, होना आग लगना, पैसों की हानि, संपत्ति के हानि, स्वास्थ्य, वाहन दुर्घटना, कारपोरेट आदि बहुत सी चीज इसके अंतर्गत आते हैं। सामान्य बीमा का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है और लगभग हर वस्तु और चीज का बीमा करवाया जा सकता है।


बीमा की सरल परिभाषा क्या है | bima kya hota hai 

बीमा को सरल शब्दों में कह सकते हैं की यह एक प्रकार का अनुबंध होता है, जिसमें किसी व्यक्ति या संगठन या औद्योगिक समूह द्वारा बीमा कंपनी को किसी वस्तु या सेवा या मोटर वाहन या अन्य कुछ के जोखिम को देखते हुए बीमा कंपनी को निर्धारित प्रीमियम दिया जाता है।

 प्रीमियम की एवज में बीमा कंपनी जिस व्यक्ति वस्तु या सेवा आदि का बीमा पॉलिसी प्रदान करती है। उसमें कोई त्रुटि या क्षति आने पर निर्धारित क्षतिपूर्ति बीमा कंपनी द्वारा अदा की जाती है।



बीमा से क्या फायदा होता है | बीमा के लाभ 

बीमा के फायदा होते हैं। इसमें किसी के द्वारा किसी भी वस्तु, सेवा या जीवन का बीमा कराए जाने पर निर्धारित प्रीमियम अदा करने पर कोई क्षतिपूर्ति होने पर बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित क्षतिपूर्ति प्रदान की जाती है।


बीमा के सिद्धांत

बीमा क्षतिपूर्ति के सिद्धांत पर कार्य करता है, जिसमें बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित प्रीमियम ग्रहण कर एक अनुबंध के तहत किसी भी वस्तु, सेवा वा जीवन को भविष्य में पहुंचने वाली किसी भी संभावित क्षति की क्षतिपूर्ति का आश्वासन दिया जाता है।


बीमा के कार्य

संरक्षण और सुरक्षा देना बीमा के प्राथमिक कार्य हैं। संभावित हानि से बचाव करना बीमा का प्रमुख कार्य होता है। बीमा एक कवच की तरह काम करता है, जोकि किसी भी जोखिम से रक्षा करता है और बीमा आर्थिक रूप से ढाल बनकर सुरक्षा कवच प्रदान करता है।


जीवन बीमा क्या है| life insurance kya h

जीवन बीमा व्यक्ति का बीमा होता है। जीवन बीमा में बीमित की मृत्यु, आंशिक विकलांगता या स्थाई विकलांगता होने पर जीवन बीमा की पॉलिसी में वर्णित निर्धारित शर्तों के अनुसार बीमित को मुआवजा क्षतिपूर्ति या बीमा धन प्रदान किया जाता है, वहीं पर बीमित व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु होने पर नॉमिनी को बीमा पॉलिसी की शर्तों के अनुसार बीमा धन का भुगतान किया जाता है। कुछ बीमा की योजनाओं में बोनस का भी भुगतान करने का प्रावधान होता है।

सामान्य बीमा क्या है




सामान्य बीमा जीवन बीमा से कुछ अलग होता है, इसमें व्यक्ति सामान्य जीवन में काम आने वाली वस्तु, सेवा, बिल्डिंग आदि का बीमा करवा सकता है।

 सामान्य बीमा में पशु, आग, बिल्डिंग, मोटर, नगदी, यात्रा आदि लगभग हर वस्तु का बीमा किया जाता है। वस्तु की कीमत के अनुसार ही उसका प्रीमियम निर्धारित किया जाता है। कोई भी बीमा करवाने  के बाद कोई भी संभावित क्षतिपर्ति होने पर बीमा कंपनी अपने सर्वेयर से उसकी जांच करवा कर नियम व शर्तों के अधीन जो नुक्सन बनता है, उसकी क्षतिपूर्ति करती है।


हमें बीमा की आवश्यकता क्यों है

आज बीमा हमारे जीवन का एक आवश्यक अंग बन गया है, और हमें अनिश्चित जीवन के चलते हुए हर वस्तु, सेवा और अपने जीवन का बीमा अवश्य ही करवाना चाहिए, ताकि किसी भी संभावित क्षति के लिए अपने और अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


मुझे बीमा क्यों खरीदना चाहिए

मुझे अपने जीवन या किसी वस्तु के संभावित क्षति होने से मुआवजा पाने के लिए बीमा अवश्य करवाना चाहिए। जीवन बीमा में आकस्मिक मृत्यु होने पर बीमा पॉलिसी में व्यक्ति द्वारा नियुक्त नॉमिनी को निर्धारित बीमा धन की प्राप्ति होती है।


अगर मैं बीमा खरीदता हूं तो किसे लाभ होगा

कई बार आम व्यक्ति के दिमाग में यह बात आती है की, अगर मैं बीमा खरीदता हूं तो किसे लाभ होगा?

 तो इसका सीधा जवाब यह है की किसी वस्तु की क्षतिपूर्ति होने पर बीमा कंपनी बीमा का भुगतान उस व्यक्ति को ही करती है, लेकिन अगर बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी हो तो उसके परिजन भी बीमा क्लेम कर सकते हैं। वहीं पर जीवन बीमा में स्थाई विकलांगता या बीमारी होने पर बीमित व्यक्ति खुद भी मुआवजा ले सकता है और विविध व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु होने पर उसके वारिसान भी बीमा क्लेम की धनराशि प्राप्त कर सकते हैं।


बीमा खरीदते समय मुझे क्या देखना चाहिए

 यह सवाल बहुत ही महत्वपूर्ण है की बीमा खरीदते समय मुझे क्या देखना चाहिए?

 और इसका सीधा सा जवाब यह है की बीमा खरीदते समय व्यक्ति को अपने जरूरतों और भविष्य में होने वाली संभावित हानि का आकलन करना चाहिए। संभावित हानि में जीवन के हानि और वस्तु की हानि आदि सम्मिलित होती है।


क्या मैं एक से अधिक बीमा पॉलिसी खरीद सकता हूं

कोई भी व्यक्ति एक से अधिक बीमा पॉलिसी खरीद सकता है। व्यक्ति अपने जीवन बीमा पॉलिसी भी एक से अधिक खरीद सकता है। वहीं पर सामान्य बीमा में दुकान, मकान, वाहन आदि का बीमा पॉलिसी भी अलग-अलग खरीद सकता है, तथा बीमा पॉलिसी भी अलग-अलग कंपनियों की खरीद सकता है।


क्या कोई  बीमा अनिवार्य है

भारत में जीवन बीमा करवाना स्वैच्छिक है, और हर व्यक्ति अपने इच्छा अनुसार जीवन बीमा करवाने या ना करवाने के लिए स्वतंत्र है। वहीं पर साधारण बीमा में कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं। वहां पर मोटर बीमा आवश्यक है, तथा हर वाहन को सड़क पर चलाने के लिए वाहन का बीमा होना अनिवार्य है।


स्वास्थ्य बीमा का क्या महत्व है

स्वास्थ्य विभाग बीमा का महत्व दिन प्रतिदिन समाज में बढ़ता ही जा रहा है। विश्व में बढ़ते आधुनिकीकरण के कारण व्यक्ति के जीवन में बीमारियां भी बढ़ती जा रही है, और कई बार एक आम व्यक्ति के पास इतना पैसा नहीं होता की अकस्मात कोई बड़ी बीमारी से पीड़ित होने पर वह अपना इलाज करवा सके। ऐसे बुरे वक्त में स्वास्थ्य बीमा, बीमित व्यक्ति और उसके परिजनों के लिए एक सुरक्षा कवच प्रदान करता है ।  बीमित को आर्थिक संकट से राहत प्रदान करते हुए इलाज के लिए धन की व्यवस्था करता है।

 देश के बहुत बड़े-बड़े हॉस्पिटल में विविध व्यक्ति का बीमा पॉलिसी देखकर तुरंत इलाज हो जाता है और इलाज करा पैसा निर्धारित नियमो के अंतर्गत बीमा कंपनी अदा करती है बीमा कंपनियों का बड़े-बड़े हॉस्पिटल से  टाई अप है।


बीमा प्रीमियम क्या है

कोई भी व्यक्ति अपने स्वयं के जीवन या माल पर जब किसी संभावित खतरे के लिए बीमा कंपनी से बीमा खरीदना है, तो उसकी एवज में उसको कुछ पैसा भी अदा करना पड़ता है, उसी को बीमा प्रीमियम कहते हैं।


प्रीमियम की गणना कैसे की जाती है

बीमा कंपनी व्यक्ति या समान की जोखिम की संभावित परिकल्पना कर प्रीमियम तय करती है।

प्रधानमंत्री बीमा योजना क्या है

भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा  समस्त भारत वासियों के लिए pm bima yojna शुरू की गई थी। बीमा योजनाएं सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए बनाई जाती है। इस बीमा योजना में बीमार | bimar व्यक्ति को 500000 तक का निशुल्क बीमा मिलता है, और वह  सरकार द्वारा नियुक्त हॉस्पिटल में  ₹500000 तक का अपना इलाज करवा सकता है। jeewan jyoti bima yojna भी भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसमें देश का हर नागरिक (पागल और दिवालिया, या किसी और तरह से सरकार या कानून द्वारा प्रतिबंधित व्यक्ति को छोड़कर) नाममात्र के वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करने पर बीमित हो सकता है।


बीमारियों के लिए प्रार्थना

भारत में यह कसम कथन बहुत मशहूर है की जहां पर दवा काम नहीं करती वहां पर कई बार दुआ काम कर देती है। बीमार के लिए दुखी बीमारी के लिए प्रार्थना उसके परिजन करते हैं। बीमारी के लिए प्रार्थना मरीज की बीमारी को सही करने के लिए होती है और यह चंगाई के लिए प्रार्थना मानी जाती है।


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