भारत में आवश्यक दवाइयों की सूची में संशोधन के बाद कीमतों में भारी गिरावट | Bharat mein avashyak davaiyon ki Suchi mein sanshodhan ke bad kimaton mein Bhari giravat

आज की पोस्ट में हम जानकारी | jankari दे रहे हैं की भारत सरकार द्वारा देश में आवश्यक दवाइयों की सूची में संशोधन के बाद दवाइयों की कीमतों में आई भारी गिरावट के संबंध में....।



जीवन के लिए अति आवश्यक दवाओं की सूची में संशोधन के बाद कीमतों में आई भारी गिरावट। जनता की हो गई बल्ले बल्ले।


भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने आम आदमी को बड़ी भारी राहत प्रदान की है। भारत में श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही अनेक जनकल्याणकारी कदम उठाए गए हैं, जिनमें हर घर शौचालय, गरीबों के लिए मुफ्त गैस का कनेक्शन, गरीबों के लिए निशुल्क मकान, मध्यम वर्ग के लिए मकानों पर सब्सिडी और देश के सभी नागरिकों के लिए ₹5,00,000 तक का मुफ्त इलाज आदि बहुत सी योजनाएं शामिल हैं। अब भारत सरकार के प्रयासों से देश में दवाइयों की कीमतों में भी काफी गिरावट देखने को मिली है। जिससे आम आदमी काफी राहत महसूस कर रहा है।

 भारत के राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण द्वारा दी गई jankari | जानकारी के अनुसार देश में आवश्यक दवाइयों की कीमत में 17% तक की गिरावट आई है। 

यहां पर यह बताना तर्कसंगत है की, दवा मूल्य नियंत्रण आदेश 2013 के अंतर्गत भारत सरकार हर साल जन स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक दवाओं की कीमतों की समीक्षा करती है। वर्ष 2022 में सरकार ने अति आवश्यक दवाओं की सूची में कुछ संशोधन किए थे, उक्त सूची में 870 की तरह की दवाइयां शामिल हैं।

 सरकार द्वारा किए गए उक्त संशोधन के बाद से ही दवाओं की कीमतों की समीक्षा लगातार जारी है। तब से लेकर अब तक कुल मिलाकर लगभग 652 तरह की कीमतों में कमी आई है।





पैरासिटामोल मात्र 89 पैसे और मेटफार्मिन 2 रु में मिलेंगी 


पेरासिटामोल की गोली मात्र 89 पैसे में और मेटफार्मिन की दवा की गोली मात्र ₹2 में दवाइयों की दुकान पर उपलब्ध होंगी।

 भारत में मधुमेह रोगियों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही हैं। मधुमेह टाइप 2 के रोगियों के लिए लाभकारी मेटफॉर्मिन टेबलेट अब मात्र ₹2 में मिलेगी। मेटफार्मिन की कीमत में भी 5.3% की कमी हुई है। 

वहीं पर पेरासिटामोल की 500 एमजी की टेबलेट में भी 12% तक की कमी दर्ज की गई है। 

इनके अलावा अन्य रोगों, जैसे हाई ब्लड प्रेशर, हर्ट अटैक आदि की दवाइयों   के भाव में भी कमी दर्ज की गई है। ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है की आगामी कुछ दिनों के अंदर ही कुछ अन्य दवाओं की कीमतों में भी कमी आ सकती है। 

वहीं पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार दवाइयों की कीमतों में आई कमी के कारण वर्ष भर में 3500 करोड रुपए तक की बचत होने की संभावना है।




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