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भारत सरकार ने चीनी निर्यात पर पाबंदी एक वर्ष के लिए और बड़ाई | government of India ne suger ke export per rok ki avdhi 1 vrsh ke liye aur badhai


भारत सरकार ने एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए देश से होने वाले चीनी के निर्यात की अवधि 1 वर्ष के लिए और बढ़ा दी है। अब चीनी के निर्यात पर पाबंदी 31 अक्टूबर 2023 तक लागू रहेगी। भारत सरकार द्वारा यह महत्वपूर्ण निर्णय देश के घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए किया गया है। ध्यान रहे विगत कुछ समय में ही देश में चीनी की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है, इसके कारण भारत सरकार के भी कान खड़े हो गए थे तथा महंगाई पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इससे पूर्व भारत सरकार द्वारा गेहूं और चावल पर भी  निर्यात में कुछ पाबंदियां लगाई गई थी। भारत सरकार के विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा ज़ारी की गई अधिसूचना के अनुसार कच्ची रिफाइंड तथा सफेद चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदी को 31 अक्टूबर 2023 या अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया है तथा इससे संबंधित शेष सभी शर्तें पूर्ववत रहेगी।  निर्यात संबंधित यह पाबंदियां अमेरिका तथा यूरोपीय संघ को सीएक्सएल वह टीआरक्यू शुल्क रियायत कोटे के तहत निर्यात पर लागू नहीं होंगी। Department of agriculture द्वारा भारत में कृषि के विकास के लिए काफी कार्य किए जा रहेे हैं। इसके अतिरिक्त भारत में जैविक खेती | organic agriculture को भी सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।


Sugercane | गन्ने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां




वर्तमान समय में भारत विश्व का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक देश है तथा विश्व का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश भी है। भारत में एक हेक्टर भूमि | bhumi में लगभग 500 कुंटल से 800 कुंटल तक गन्ने की पैदावार होती है। भारत में बड़ी संख्या में सैकड़ों की तादाद में चीनी मिले हैं, जिनसे चीनी का उत्पादन होता है। भारत विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश होने के साथ-साथ वर्तमान वित्तीय वर्ष में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश भी रहा है। भारत में उत्तर प्रदेश राज्य से देश के कुल होने वाले चीनी के निर्यात में 20 से 25 परसेंट तक की भागीदारी होती है और उत्तर प्रदेश देश के चीनी निर्यात में सबसे ज्यादा योगदान देता है। उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 120 चीनी मिले हैं। पिछले उत्पादन सत्र में इस राज्य की bhumi में पैदा हुए गन्ने से लगभग  102 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।


 गन्ने से पैदा होने वाले उत्पाद | which product made by sugarcane

गन्ने से कई उत्पाद | product तैयार किए जाते हैं। गन्ने के रस से चीनी बनती है। गन्ने के रस से ही खांड का उत्पाद होता है। गन्ने के रस से ही ही गुड़ तथा शक्कर का उत्पाद होता है। इसके अतिरिक्त गन्ने | sugercane से ही सिरका का निर्माण किया जाता है। देश में पेट्रोल में मिलाने के लिए वर्तमान समय में एथेनॉल को मिक्स किया जा रहा है। एथनॉल का निर्माण भी गन्ने के द्वारा ही होता है। इसके अतिरिक्त गन्ने की खोई से गत्ता तथा कागज का निर्माण भी किया जाता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि गन्ना की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण है तथा लाखों लोग इसकी खेती से रोजगार पाते हैं। Agriculture Industries  द्वारा भी लाखों लोगों को रोजगार दिया जा रहा है।


गन्ने के मानव शरीर में फायदे | benefits of sugarcane to human body

गन्ने में सुक्रोज की मात्रा ज्यादा पाई जाती है जो कि मानव शरीर के लिए बहुत उपयोगी है तथा इसके द्वारा मानव शरीर को जल्दी ही ऊर्जा मिल जाती है। गन्ने के सेवन से व्यक्ति को थकान और सुस्ती दूर हो जाती है। गन्ना मानव शरीर में  ग्लूकोज की मात्रा को नार्मल करता है। जिससे शुगर के लेवल को रिस्टोर करने में मदद मिलती है।

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